गुणायतन
क्या है गुणायतन?

‘गुणस्थान’ जैन धर्म का एक वैशिष्ट शब्द है. जैन साधना पद्धति में आत्मा के क्रमिक विकास के सोपानों को गुणस्थान कहा जाता है। इन्हीं गुणस्थानों को साकार करने का अद्भुत प्रयास है- ‘गुणायतन’। ‘गुणायतन’ मुनिश्री के प्रौढ़ चिन्तन और परिपक्व परिकल्पना का जीवन्त प्रमाण है। जैन धर्मावलम्बियों के शिरोमणि तीर्थस्थल श्रीसम्मेद शिखर जी की तलहटी में निर्माणाधीन यह एक ऐसा उपक्रम है, जिसके माध्यम से पोथियों की बातों को पल में जाना जा सके। गुणायतन एक ऐसा ज्ञानमन्दिर बनने जा रहा है, जो जैन सिद्धान्तों की प्रयोगशाला बनकर मानवमात्र के आत्मविकास का दिव्य द्वार सिद्ध होगा। यहाँ आकर मानव अपने जीवन के मर्म को जान सकेगा। जैन सिद्धान्तों के विविध पक्षों को आधुनिकतम तकनीक के साथ एनिमेशन होलोग्राम के माध्यम से शब्द, संगीत और प्रकाश के साथ 9डी और 270डिग्री के स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसप्रकार गुणायतन वास्तव में आत्मिक गुणों का दिग्दर्शन कराने वाला गुणगर्भित स्थान होगा।.
गुणायतन एक अभियान
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